INSPIRED (2)
छू लिया है तुमने मेरे ख्वाबों को यूँ
कि अब तो अंधेरे भी मेरी मुस्कुराहट पहचाने लगे हैं
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बस गये हो मेरे ख़यालों में यूँ
कि रोएँ भी तो आँखें ग़ज़ल गाती हैं